डूबता सूरज
भूमिका अपने माता पिता के साथ अपने दादा -दादी से मिलने उनके गांव गई। वह बहुत खुश थी, क्योंकि दादाजी उसे ढेर सारी कहानियां जो सुनाते थे। भूमिका को कहानियां सुनना बहुत पसंद था। गांव पहुंचकर भूमिका और उसके माता पिता ने बुजुर्गों के चरण स्पर्श किए। दादाजी एक छोटा सा थैला लिए कहीं जा रहे थे। भूमिका ने उन्हें रोका, उनके पास जाकर उनसे साथ चलने का आग्रह किया। दादाजी उसे अपने साथ उनके खेत में ले गए। भूमिका को हरे भरे खेत बड़े प्यारे लगते। वह जब भी गांव जाती दादाजी के साथ अक्सर वहां जाती थी। खेत पर पहुंचकर दोनों ने ढेर सारी बातें की। शाम होते ही भूमिका ने दादाजी से घर चलने को कहा। दादाजी सूरज की ओर देखकर मुस्कुराते हुए किसी सोच में गुम थे। भूमिका ने बड़े प्यार से उनसे पूछा - "डूबता सूरज तो असफलता का प्रतीक होता है ना तो फिर आप इस डूबते हुए सूरज को देखकर क्यों मुस्कुरा रहे हैं? दादाजी पुनः मुस्कुराए एवम् बोले - "हां बेटा। परंतु, क्या तुमने कभी यह सोचा है कि डूबता हुआ सूरज उगते हुए सूरज से भी अधिक सुंदर क्यों दिखाई देता है? भूमिका ने ना में सर हिलाया। दादाजी बोले - "जब सूरज उगता है, वह अपने कार्य को करने हेतु तत्पर होता है। सूरज का कार्य जन-जीवन को प्रकाश प्रदान करना होता है। जब दिनभर वह अपना कर्म सफलतापूर्वक संपन्न कर देता है। तब जाते - जाते वह बहुत सुकून में होता है। यही सुकून एवम् शीतलता से परिपूर्ण शांति उसे और भी अधिक सुंदर बना देती है। यह सत्य है कि उगते सूरज की तुलना में डूबते हुए सूरज में चमक कम होती है। परंतु, सफलतापूर्वक और ईमानदारी से किया हुआ उसका कर्म उसे चमक रहित होते हुए भी सुंदरता प्रदान करता है। इस प्रक्रिया से हम यह प्रेरणा ले सकते हैं कि हमेशा सुबह उठकर अपना कर्म सच्ची लगन के साथ संपन्न करें, जिससे मिला हुआ संतोष हमें और अधिक सुंदर बना देगा।" दादाजी से मिले ज्ञान से प्रेरित हो भूमिका उनके साथ खुशी-खुशी घर की ओर चल दी और घर पहुंचते ही वह ज्ञान सबको बांटने लगी।
~स्वरचित एवम् मौलिक रचना स्वाति शर्मा (भूमिका)
ABHIJIT RANJAN
22-May-2021 04:20 PM
बहुत खूब
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Swati Sharma
26-May-2021 02:32 PM
धन्यवाद
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Mr.RED(मनोरंजन)
19-May-2021 08:49 PM
Mast hai
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Swati Sharma
20-May-2021 07:16 PM
Shukriya
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Author Pawan saxena
17-Mar-2021 06:48 PM
👍
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Swati Sharma
18-Mar-2021 07:06 PM
🙏🏻
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